आयुष मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, मानद विष्वविद्यालय, जयपुर को अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कोे निःषुल्क आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए बजट पास किया जाता है। तथा संस्थान द्वारा राजस्थान के जिलों की तहसीलों के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक माह निःषुल्क आयुर्वेद चल चिकित्सा षिविर लगाया जाता है। आयुष मंत्रालय द्वारा संस्थान को वित्तीय वर्ष 2020-21 में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए निःषुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए अनुसूचित जाति में 1,00,000,00/-(अक्षरे एक करोड़ रू.) एवं अनुसूचित जनजाति में 50,000,00/-(अक्षरे पचास लाख रू.) पास किया गया है। चल चिकित्सा षिविर में एक नियमित अधिकारी, एक नियमित कनिष्ठ लिपिक एवं एक एम.टी.एस तथा दो सविदा चिकित्सक, तीन संविदा फार्मासिस्ट, एक संविदा कम्प्यूटर ऑपरेटर व एक संविदा अटेण्डेन्ट कार्यरत है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, मानद विश्वविद्यालय, जयपुर के द्वारा धनवन्तरी रथ के माध्यम से ’’आयुर्वेद आपके द्वार’’ कार्यक्रम के तहत डॉ. मोहरपाल मीना सह. आचार्य रसशास्त्र विभाग के निर्देशन में चल चिकित्सा शिविर से जन जन तक में आयुर्वेद चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए नवम्बर 2020 से हर माह के प्रत्येक मंगलवार को राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, ’’ब’’ प्रताप नगर, जयपुर निःशुल्क शिविर लगाया जाता है। शिविर में कुल 333 रोगी लाभान्वित हुए है।
अनुसूचित जाति | अनुसूचित जनजाति | ||
कुल बजट | 1,00,00,000 | कुल बजट | 50,00,000 |
कुल शिविर | 44 | कुल शिविर | 24 |
कुल रोगी | 19904 | कुल रोगी | 14828 |
क्रमांक | छवि | नाम | पद | व्यक्तिगत विवरण |
1 | डॉ. मोहरपाल मीना | आचार्य एवं शिविर समन्वयक प्रभारी | ||
2 | श्री राकेश कुमार शर्मा | वरिष्ठ सचिवालय सहायक |